दुबई में रोमांचक मुकाबला और पाकिस्तान की जीत
दुबई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में एशिया कप 2025 के सुपर फोर चरण में पाकिस्तान ने बांग्लादेश को 11 रन से हराते हुए फ़ाइनल में जगह बनाई। दो टीमों ने तेज़ गति से खेला, लेकिन पाकिस्तान ने सीमित स्कोर को बचाते हुए दबाव बनाना जानता था। इस जीत के बाद उनसे मिलने वाला प्रतिद्वंद्वी भारत है, जो एशिया कप के इतिहास में पहले बार फाइनल में मिल रहा है।
पहले बैटिंग करने वाले पाकिस्तान ने 20 ओवर में 135 रन बनाकर लक्ष्य स्थापित किया। इस स्कोर को हासिल करने में Pakistan के दो बटाक्षी खिलाड़ी मोहम्मद हारिस और मोहम्मद नवाज़ ने बड़ा हाथ सुहाया। हारिस ने 30 से अधिक रन बनाए, जबकि नवाज़ ने मध्य क्रम में अछूते रनों से टीम को स्थिर किया। उनके सहयोगी ओपनर और निचले क्रम के बल्लेबाजों ने भी आवश्यक रनों का योगदान दिया, जिससे स्कोर 135/8 सामने आया।
बांग्लादेश की गेंदबाज़ी ने शुरुआती ओवर में दबाव बनाया, लेकिन पाकिस्तान ने फिर भी लक्ष्य हासिल कर लिया। बांग्लादेशी गेंदबाज़ों ने रन रेट को कम रखने में सफल रहा, पर वे उत्तरदायी नहीं हो सके। इस बीच, पाकिस्तान के स्पिनर नवाज़ और फ़हीम अशरफ़ ने भी कुछ महत्वपूर्ण ओवर डालीं, जिससे बांग्लादेश को आसानी नहीं मिली।
बांग्लादेश की वापसी और पाकिस्तान की गेंदबाज़ी का जादू
बांग्लादेश ने लक्ष्य का पीछा 19.2 ओवर में 124 रन पर रोक दिया। शुरुआती ओवर में उनका झटका लगा और लगातार दबाव बना रहा, जिससे कई विकेट गिरे। टीम का एकमात्र शानदार शॉट जाकेर अली ने किया, जिन्होंने 30 रन 25 गेंदों में बनाए। उनका छोटा‑छोटा छक्का और चॉकेज़ टीम को थोड़ी राहत देते रहे, पर बाकी बल्लेबाजों ने लगातार आउट हो गए।
पाकिस्तान की तेज़ गेंदबाज़ी ने इस मैच में अपना दम दिखाया। शहीन अफ़रदी और हारिस रौफ़ दोनों ने तीन‑तीन विकेट लेकर टीम को जीत की ओर ले गए। शहीन ने सिर्फ 17 रन दिये, जो चार ओवर में बहुत ही किफ़ायती रहा। उनकी शांत डिलीवरी और तेज़ बॉल ने बांग्लादेशी बटर्स को लगातार उलझन में डाल दिया। रौफ़ ने भी तेज़ गति से दो पावरप्ले बॉल फेंके और दो विकेट फेंके, जिससे बांग्लादेश की लाइन‑अप अस्थिर हो गई।
स्पिन विभाग ने भी अपना हिस्सा निभाया। नवाज़ ने कंट्रोल्ड स्पिन के साथ दो विकेट लिये, जबकि फ़हीम ने मिड‑ऑफर में दोकीज़ को सही दिशा में मोड़ते हुए बांग्लादेश के बैट्समैन को पार किया। इस मिश्रित गति‑स्पिन गेंदबाज़ी ने बांग्लादेश को 11 रन के अंतर से रोक दिया।
बांग्लादेश की टीम ने अपने शुरुआती ओवर में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन चॉकेटों के बाद उनका दबाव बढ़ता गया। कई बटर्स ने सॉफ़्ट बॉल की कोशिश की, जिससे उनकी गति घट गई और विकेटों के साथ साथ रन भी बढ़े। यह दिखाता है कि दबाव में छोटे‑छोटे क्षणों की अहमियत कितनी होती है।
पाकिस्तान की जीत से उनका आत्मविश्वास बढ़ा है, खासकर जब वे एक कम स्कोर को बचाते हुए जीतते हैं। इस अनुभव से उन्हें फाइनल में भारत के खिलाफ मुकाबला करने में मदद मिलेगी। दोनों टीमों के बीच का पुराना प्रतिद्वंद्विता इस फाइनल को और भी रोमांचक बना देगा।
भविष्य में यह मैच दोनों टीमों के लिए एक मील का पत्थर रहेगा। बांग्लादेश को अपनी बैटिंग लाइन‑अप को मजबूत करने की जरूरत है, जबकि पाकिस्तान को अपनी सामरिक गेंदबाज़ी को जारी रखना चाहिए। एशिया कप 2025 का फाइनल अब और भी उत्सुकता से इंतज़ार में है, जहाँ दो शौकीन टीमें अपने-अपने प्रशंसकों को खुशी देने के लिए मैदान में उतरेंगी।